Tuesday, October 5, 2010

गैस की समस्या दूर करता है मंडूकासन

यदि आपको गैस की समस्या परेशान करती हैं तो प्रतिदिन सुबह-सुबह कुछ समय मंडूकासन करें। इस आसन में हमारे शरीर की आकृति मेंढक के समान हो जाती है इसलिए इसे मंडूकासन कहा जाता है। मंडूकासन के लिए पहले नीचे चटाई बिछाकर बैठ जाएं। इसके बाद दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं और एडिय़ों को फैलाकर दोनों पंजों को मिलाकर उस पर बैठ जाएं। दोनों हाथों के अंगूठों को अंदर करके मुटठी बांध लें और मुटठी को एक-दूसरे से सटाकर नाभि के पास रखें। अब सांस अंदर खींचकर शरीर को ढ़ीला छोड़ दें। सांस को छोड़ते हुए शरीर को धीरे-धीरे आगे की ओर झुकाते हुए छाती को घुटनों से लगाएं। इसके बाद सांस लेते हुए शरीर को वापिस पहले वाली स्थिति में ले आएं। फिर कुछ देर रुककर सांस को छोड़ते हुए फिर से छाती को घुटनों से लगाएं। इस क्रिया को 3 बार करें।
इस आसन से पेट की सभी मांसपेशियों की मालिश होती है, जिससे पेट के अधिकतर रोग खत्म हो जाते हैं। यह आसन पेट को बाहर निकलने से रोकता है अर्थात चर्बी को बढऩे से रोकता है। यह सांस की तेज गति को सामान्य करता है इसलिए जिन व्यक्तियों की सांस फूलती हो उनके लिए यह आसन बहुत लाभकारी होता है। यह आसन अपच (भोजन का न पचना) व गैस का अधिक बनना कम करता है। इससे घुटनों, पिण्डलियों तथा टखनों का दर्द दूर होता है। इस आसन से पंजो को बल मिलता है, जिससे पैरों में उछलने की शक्ति बढ़ती है। यह आसन ब्लडप्रेशर (उच्च रक्तचाप), वायु विकार को खत्म करने के लिए अधिक लाभकारी है। यह आसन शरीर में ऊपर की वायु को ऊपर से तथा नीचे की वायु को नीचे से निकाल देता है। खाने को लेकर असावधानी रखने वाले लोगों के लिए यह आसन काफी फायदेमंद है। प्रतिदिन मंडूकासन करने पर पेट की कई छोटी-बड़ी समस्याएं आपसे सदैव दूर ही रहेगी। इस आसन का अभ्यास उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, कमर व गर्दन के दर्द वाले रोगियों को नहीं करना चाहिए।(source:bhaskar.com)

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